14.6.Aतत्र
14.6.Bतत्र
14.6.Cतत्र{अव्य}
14.6.Dतत्र{अव्य}
14.6.E-
14.6.F-
14.6.Gअधिकरणम् 8
14.6.H-
14.6.Iउनमें_(तीनों_गुणों_में)
14.6.Jthereafter
14.6.K-
14.6.L-
14.6.MGL
सत्त्वम्
सत्त्वं
सत्त्व{पुं}{2;एक}/सत्त्व{नपुं}{1;एक}/सत्त्व{नपुं}{2;एक}/सत्त्व{नपुं}{1;एक}/सत्त्व{नपुं}{2;एक}
सत्त्व{नपुं}{1;एक}
-
-
कर्ता 8
-
सत्त्वगुण
mode_of_goodness
-
-
GG
निर्-मलत्वात्
निर्मलत्वात्प्रकाशकमनामयम्
निर्मलत्व{नपुं}{5;एक}
मलत्व{नपुं}{5;एक}
<निर्-मलत्वात्>Bvp
निर्गतः मलत्वं यस्मात् = निर्मलत्वम् तस्मात् निर्मलत्वात्
हेतुः 8
-
निर्मल_होने_के_कारण
being_purest_in_the_material_world
-
जश्त्व-चर्त्व-सन्धिः (झलां जशोऽन्ते (8।2।39)-खरि च (8।4।55))
GLGGLGLGLGLL
प्रकाशकम्
-
प्रकाशक{पुं}{2;एक}/प्रकाशक{नपुं}{1;एक}/प्रकाशक{नपुं}{2;एक}
प्रकाशक{नपुं}{1;एक}
-
-
समुच्चितम् 7
-
प्रकाश_करनेवाला
illuminating
प्रकाशयतीति प्रकाशकं ज्ञानजनकं
अन्-आमयम्
-
अनामय{पुं}{2;एक}/अनामय{नपुं}{1;एक}/अनामय{नपुं}{2;एक}
अनामय{नपुं}{1;एक}
<न-आमयम्>Bsmn
न आमयः यस्मिन् तत् = अनामयम्
समुच्चितम् 7
-
विकाररहित
without_any_sinful_reaction
सुख-सङ्गेन
सुखसङ्गेन
सुख-सङ्ग{पुं}{3;एक}
सङ्ग{पुं}{3;एक}
<सुख-सङ्गेन>T3
सुखेन सङ्गः = सुखसङ्गः तेन सुखसङ्गेन
समुच्चितम् 11
-
सुख_के_सम्बन्ध_से
with_association_of_happiness
-
-
LLGGL
बध्नाति
बध्नाति
बन्ध्1{कर्तरि;लट्;प्र;एक;परस्मैपदी;बन्धँ;क्र्यादिः}
बन्ध्{कर्तरि;लट्;प्र;एक;परस्मैपदी;बन्धँ;क्र्यादिः}
-
-
-
-
बाँधता_है
conditions
-
-
GGL
ज्ञान-सङ्गेन
ज्ञानसङ्गेन
ज्ञान-सङ्ग{पुं}{3;एक}
सङ्ग{पुं}{3;एक}
<ज्ञान-सङ्गेन>T7
ज्ञाने सङ्गः = ज्ञानसङ्गः तेन ज्ञानसङ्गेन
समुच्चितम् 11
-
ज्ञान_के_सम्बन्ध_से
with_association_of_knowledge
-
-
GLGGL
चानघ
च{अव्य}
{अव्य}
-
-
करणम् 13
-
और
also
-
सवर्णदीर्घ-सन्धिः (अकः सवर्णे दीर्घः (6।1।101))
GLL
अन्-अघ
-
अनघ{पुं}{8;एक}/अनघ{नपुं}{8;एक}
अनघ{पुं}{8;एक}
<न-अघ>Bsmn
न अघम् यस्य = अनघः सम्बोधने अनघ
सम्बोध्यः 8
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हे_निष्पाप
O_sinless_one